ITR Filling: सैलरीड क्लास के लिए जरूरी खबर! ITR फाइल करते समय जरूर रखें इन बातों का ध्यान

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आईटीआर दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कई करदाताओं ने आईटीआर दाखिल कर दिया है। हर आय वर्ग के लिए अलग-अलग आईटीआर होता है। हर करदाता को आईटीआर दाखिल करना ज़रूरी है। अगर आप आईटीआर दाखिल नहीं करते हैं, तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आईटीआर दाखिल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।

आईटीआर दाखिल करते समय इन बातों का हमेशा ध्यान रखें

सही कर व्यवस्था का चुनाव

हर करदाता को अपने निवेश के आधार पर एक कर व्यवस्था चुननी होती है। अगर आप नई कर व्यवस्था या पुरानी कर व्यवस्था चुनना चाहते हैं, तो पहले यह तय कर लें।

फॉर्म 26AS (Form 26AS) की जानकारी की दोबारा जाँच करें

करदाताओं को अपनी टीडीएस जानकारी सत्यापित करनी चाहिए। यह जानकारी फॉर्म 16 और 26AS पर दी गई है। आपकी कितनी राशि टीडीएस और टीसीएस में कटती है, यह जानना ज़रूरी है।

निवेश बनाम कर बचत

आपको अपने निवेश के अनुसार आईटीआर दाखिल करना होगा। कुछ निवेशों में आपको कर बचत भी मिलती है। इसलिए आपको पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि, केवीपी जैसी योजनाओं में निवेश करना चाहिए। इससे आपका टैक्स बचेगा।

एचआरए लाभ

एचआरए के कारण आपको बड़ी छूट मिल सकती है। इसमें आप पुरानी टैक्स व्यवस्था के अनुसार आईटीआर दाखिल कर सकते हैं। अगर आपको एचआईए छूट नहीं मिल रही है, तो आप नई टैक्स व्यवस्था के अनुसार आईटीआर दाखिल कर सकते हैं।

शेयरों में निवेश

कई करदाता शेयरों में निवेश करते हैं। इसलिए इन करदाताओं के लिए आईटीआर 2 दाखिल करना ज़रूरी है।

गृह संपत्ति से आय

यदि वेतनभोगी वर्ग एक ही गृह संपत्ति से आय अर्जित कर रहा है, तो आईटीआर 1 दाखिल करना चाहिए। यदि आप एक से अधिक गृह संपत्तियों से आय अर्जित कर रहे हैं, तो आईटीआर 2 दाखिल किया जा सकता है।