Zero FIR – क्या आपको पता हैं जीरो FIR  क्या होती हैं, आइए जानें इसके बारे में

By Jitendra Jangid- दोस्तो देश में जब कभी भी कहीं भी कोई अपराध होता हैं, तो सबसे पहला काम स्थानीय पुलिस स्टेशन में प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज करना होता है। लेकिन अगर अपराध आपके स्थानीय अधिकार क्षेत्र से दूर या किसी दूसरे शहर में हुआ हो तो क्या होगा, तो चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे- 

यहीं पर जीरो FIR की भूमिका आती है।

जीरो FIR क्या है?

जीरो FIR एक नियमित FIR के समान है, लेकिन इसमें एक मुख्य अंतर है - अधिकार क्षेत्र कोई बाधा नहीं है।

एक नियमित FIR में, शिकायत उस पुलिस स्टेशन में दर्ज की जानी चाहिए जिसका अधिकार क्षेत्र उस क्षेत्र पर हो जहाँ अपराध हुआ था। लेकिन जीरो FIR में, कोई भी पुलिस स्टेशन - चाहे वह किसी भी स्थान पर हो - शिकायत दर्ज कर सकता है।

जीरो FIR की मुख्य विशेषताएँ:

कोई अधिकार क्षेत्र सीमा नहीं: आप किसी भी पुलिस स्टेशन में जीरो FIR दर्ज कर सकते हैं, चाहे अपराध कहीं भी हुआ हो।

तत्काल कार्रवाई: पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने की आवश्यकता होती है, जैसे कि प्रारंभिक जाँच करना या यदि आवश्यक हो तो निवारक उपाय करना।

हस्तांतरणीय मामला: प्रारंभिक फाइलिंग और आवश्यक कार्रवाई के बाद, जीरो एफआईआर को आगे की जांच के लिए उचित अधिकार क्षेत्र वाले पुलिस स्टेशन को भेज दिया जाता है।

पीड़ित-केंद्रित: संवेदनशील मामलों (जैसे यौन उत्पीड़न, अपहरण, आदि) में विशेष रूप से उपयोगी, जहां पीड़ित की सुरक्षा और सबूतों के संरक्षण के लिए तत्काल फाइलिंग महत्वपूर्ण है।

Disclaimer: This content has been sourced and edited from [ZeeNewsHindi]